निवात
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
निवात ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. रहने का स्थान । घर ।
२. वह वर्म जो शस्त्र के द्वारा छेदा न जा सके ।
३. वह स्थान जहाँ हवा न हो (को॰) ।
४. सुरक्षित स्थान (को॰) ।
५. दीपक को हवा से बचाने के लिये बनाया गया एक उपकरण । उ॰—जालीदार चांदी कै बड़े बड़े निवात, जिनके भीतर अभ्रक लगे हुए थे, अपने पंचदीप की जैसे अपने भीतर ही भीतर जला रहे थे, ठीक उसी तरह अग्निमित्र जल रहा था ।—इरावती, पृ॰ १०५ । यौ॰—निवातकवच = (१) एक प्राचीन जाति (जो दैत्य माने गए हैं) । (२) हिरणयकशिपु का एक पौत्र ।
निवात ^२ वि॰
१. जहाँ वायु न हो ।
२. अक्षत । बिना चोट का ।
३. सुरक्षित ।
४. (कवच आदि) खूब अच्छे ढंग से पहने हुए ।
५. घनी या गझिन बुनावट का [को॰] ।