निष्काम
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
निष्काम वि॰ [सं॰]
१. (वह मनुष्य) जिसमें किसी प्रकार की कामना, आसक्ति या इच्छा न हो ।
२. (वह काम) जो बिना किसी प्रकार की कामना या इच्छा के किया जाय । विशेष—सांख्य और गीता आदि के मत से ऐसा काम करने से चित्त शुद्ध होता और मुक्ति मिलती है । यौ॰—निष्कामचारी = बिना किसी इच्छा या आकांक्षा के काम करनेवाला । निष्कामकर्म = वह कार्य जिसके फल की इच्छा न की जाय ।