निष्क्रमण संज्ञा पुं॰ [सं॰] [वि॰ निष्क्रांत] १. बाहर निकलना । २. हिदुओं में छोटे बच्चों का एक संस्कार जिसमें जब बालक चार महीने का होता है तब उसे घर से बाहर निकालकर सूर्य का दर्शन कराया जाता है ।