निहाल

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

निहाल वि॰ [फा़॰] जो सब प्रकार से संतुष्ट और प्रसन्न हो गया हो । पूर्णकाम । उ॰—(क) दास दुखी तो हरि दुखी आदि अंत तिहुँ काल । पलक एक में परगटै पल में करै निहाल ।— कबीर (शब्द॰) । (ख) गए जो सरन आरत के लीन्हें । निरखि निहाल निमिष मँह कीन्हें ।—तुलसी (शब्द॰) ।

२. समृद्ध । संपत्तिशाली । मालामाल (को॰) ।