नीच
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]नीच ^१ वि॰ [सं॰]
१. जाति, गुण, कर्म या किसी और बात में घटकर वा न्यून । क्षुद्र । तुच्छ । अधम । हेठा । जैसे, नीच आदमी, नीच कुल । यौ॰—नीच ऊँच = छोटा बड़ा । बड़े घराने या छोटे घराने का । उ॰—नीच ऊँच धन संपति हेरा ।—जायसी (शब्द॰) ।
२. जो उत्तम और मध्यम कोटि से घटकर हो । अधम । बुरा निकृष्ट । यौ॰—नीच ऊँच = (१) अच्छा बुरा । (२) बुराई भलाई । गुण अवगुण । (३) अच्छा और बुरा परिणाम । हानि लाभ । जैसे,—नीच ऊँच समझकर काम करो । (४) संपद् विपद् । सुख दुःख । सफलता असफलता ।
नीच ^२ संज्ञा पुं॰
१. नीच मनुष्य । क्षुद्र मनुष्य । ओछा आदमी । उ॰—नीच निचाई नहिं तजै जो पावै सतसंग ।
२. चोर नामक गंध द्रव्य ।
३. फलित ज्योतिष में वह स्थान जो किसी ग्रह के उच्च स्थान से सातवाँ हो ।
४. भ्रमण काल में किसी ग्रह के भ्रमणवृत्त का वह स्थान जो पृथ्वी से अधिक दूर हो ।
५. दशार्ण देश के एक पर्वत का नाम ।