नीलाम

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

नीलाम संज्ञा पुं॰ [पुर्त्त॰ लीलाम] बिक्री का एक ढंग जिसमें माल उस आदमी को दिया जाता है जो सबसे अधिक दाम बोलता है । बोली बोलकर बेचना । क्रि॰ प्र॰—करना ।—होना । यौ॰—मीलामघर । मुहा॰—नीलाम पर चढ़ना = बोली बोलकर बेचा जाना । (माल) नीलाम पर चढ़ाना = बोलो बोलकर बेचना ।