नेह संज्ञा पुं॰ [सं॰ स्नेह] १. स्नेह । प्रेम । प्रीति । प्यार । मुहब्बत । उ॰— तुस चाहो न चाहो हमैं चित हो हमैं नेह को नाती निबाहनो है (शब्द॰) । (ख) समझै कविता धन आनँद की हिय आँखिन नेह की पीर तकी ।— घनानंद, पृ॰ ३ । २. चिकना । तेल या घी ।