नोचना
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]नोचना क्रि॰ स॰ [सं॰ लुञ्चन]
१. किसी जमी या लगी हुई वस्तु को झटके से खींचकर अलग करना । उखाड़ना । जैसे, बाल नोचना, डाढी़ नोचना, पत्ती नोचना । संयो॰ क्रि॰—डालना ।— देना ।— लेना ।
२. किसी वस्तु में दाँत, नख या पंजा घँसाकर उसका कुछ अंश खींच लेना । नख आदि से विदीर्ण करना । जैसे,— चीता शिकारी का मांस नोचत हुआ निकल गया । संयो॰ क्रि॰—लेना । यौ॰— नोचना खसोटना = खींच खाँचकर लेना । झपाटे से छीनना । लूटना ।
३. शरीर पर इस प्रकार हाथ या पंजा लगाना कि नाखून घँस जायँ । खरोंचना । खरोंच डालना । संयो॰ क्रि॰—लेना ।
४. बार बार तंग करके लेना । दुःखी और हैरान करके लेना । पीछे पड़कर किसी की इच्छा के विरुद्ध उससे लेना । जैसे,— तीर्थो में पंडे और कचहरियों में अमले नोच डालते हैं । संयो॰ क्रि॰—डालना ।
५. बार बार तंग करके माँगना । ऐसा तकाजा करने कि नाक में दम हो जाभ । जैसे,— उसे चारों ओर से महाजन नोच रहे हैं किसका किसका देगा ।