नोर

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

नोर पु ^१ वि॰ [सं॰ नवल हिं॰ नोल] नवीन । नया । उ॰—सित सरोज फूले उतै इत इंदीवर नोर । शशि मंडल वहि ओर जनु विषमंडल यहि ओर ।—गुमान (शब्द॰) ।

नोर ^२ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ लोर] अश्रु । आँसू । उ॰—(क) नहि नहि करए नयन ढर नोर । काँच कमल भमरा झिक झोर ।— विद्यापाति, पृ॰ २०४ । (ख) नहि नहि करय नयन ढरु नोर । सूति रहलि धनि सेजक ओर ।—विद्यापति, पृ॰ २०४ ।