नौबढ़ वि॰ [सं॰ नव + हिं॰ बढ़ना] हाल में बढा़ हुआ । उच्च । जिसे क्षुद्र या हीन दशा से अच्छी दशा में आए थोडे़ ही दिन हुए हों । उ॰—लखौ लखन कौतुक धरि धीरा । काह करत बढि़ नौबढ़ बीरा ।—रघुराज (शब्द॰) ।