पँचकल्यान

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पँचकल्यान संज्ञा पुं॰ [हिं॰ पंचकल्यान] दे॰ 'पंचकल्यान' । उ॰— षिन्न संदली बौरता, चगर सिराजी हंस । पँचकल्यान कुमैत हय रौहालिक महिया बंस ।—प॰ रासो, पृ॰ १३८ ।