पँछिराज

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पँछिराज संज्ञा पुं॰ [सं॰ पक्षिराज] दे॰ 'पक्षिराज' । उ॰—अब कहना कछु नाहिं, मस्ट भलो पँछिराज ।—जायसी ग्रं॰ (गुप्त), पृ॰ १६८ ।