पँतीजना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पँतीजना † क्रि॰ स॰ [सं॰ पिञ्जन (= धुनकी)] रूई से बिनौले निकालकर अलग करना । रूई ओटना । पींजना ।