पंक

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पंक संज्ञा पु॰ [सं पड़्क]

१. कीचड़ । कीच । यौ॰—पंकज । पंकरुह ।

२. पानी के साथ मिला हु्आ पोतने योग्य पदार्थ । लेप । उ॰— श्याम अंग चंदन की आभा नागरि केसरि अंग । मलयज पंक कुमकुमा मिलिकै जल जमुना इक रंग ।—सूर (शब्द॰)

३. पाप (को॰) ।

४. बड़ा परिणाम । घनी राशि (को॰) ।