पंचकर्म

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पंचकर्म संज्ञा पुं॰ [सं॰ पञ्चकर्मन्]

१. चिकित्सा की पाँच क्रियाएँ । वमन, विरेचन, नस्य, निरूहवस्ति और अनुवस्ति (अनुवासन) । कुछ लोग निरूहवस्ति और अनुवस्ति (अनुवासन) के स्थान में स्नेहन और वस्तिकरण मानते हैं ।

२. वैशेषिक के अनुसार पाँच प्रकार के कर्म—उत्क्षेपण, अवक्षेपण, आकुंचन, प्रसारण और गमन ।