पंचकोल संज्ञा पुं [सं॰ पञ्चकोल] पीपल, पिपरामूल, चव्य, चित्रकमूल ओर सींठ । वैद्यक में इन्हें पावन, रुचिकर तथा गुल्म और प्लीहा रोगनाशक माना है ।