पंचकोसी संज्ञा पुं॰ [हिं॰ पञ्चकोश] १. काशी की परिक्रमा । ३. वह व्यक्ति जो पाँच कोस दूर का हो । उ॰ —मगर सुना पंचकोसी आदमी अगर आए तो सार भेद खुल जाय । नहीं पाँच कोस के उघर का आदमी अगर आए तो उसपर जादू का असर खाक न हो ।—फिसाना॰, भा॰ ३, पृ॰ २० ।