पंचबिडाल

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पंचबिडाल पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ पञ्चबिडाल] बौद्ध शास्त्रों में निरु- पित आलस्य, हिंसा काम, विचिकित्सा और मोह ये पाँच प्रतिबंध । उ॰—काआ तरुवर पंचबिडाल ।—इतिहास, पृ॰ १२ ।