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पंचमुख

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पंचमुखी हनुमान जी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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पंचमुख ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ पञ्चमुख]

१. शिव ।

२. सिंह ।

३. एक प्रकार का रुद्राक्ष जिसमें पाँच लकीरें होती हैं ।

४. पाँच फलोंवाला बाण (को॰) ।

पंचमुख ^२ वि॰ पाँच मुखोंवाला । जैसे, पंचमुख गणेश । पंचमुख शिव । [को॰] ।