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पंचशिख

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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पंचशिख संज्ञा पुं॰ [सं॰ पञ्चशिख]

१. सिंघा बाजा ।

२. एक मुनि जो महाभारत के अनुसार महर्षि कपिल के पुत्र थे । विशेष—सांख्य शास्त्र के ये एक प्रधान आचार्य थे । सांख्य सूत्रों में इनके मत का उल्लेख मिलता है । इनको लोग द्वितीय कपिल कहते हैं । ये कपिल की शिष्यपरंपरा के आसुरि के शिष्य थे । ३ सिंह (को॰) ।