पछताना क्रि॰ अ॰ [हिं॰ पछताव] किसी किए हुए अनुचित कार्य के संबंध में पीछे से दुखी होना । किसी की हुई बात पर पीछे से खिन्न होना या खेद प्रकट करना । पश्चा- त्ताप करना । पछतावा करना । उ॰—दो टूक कलेजे के करता पछताना पथ पर आता ।—अपरा, पृ॰ ६९ ।