पछाड़ना
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]पछाड़ना क्रि॰ स॰ [हिं॰ पछाड़]
१. कुश्ती या लड़ाई में पटकना । गिराना ।
२. वाद विवाद में हराना । किसी क्रिया या काम में मात करना । पराजित करना । उ॰—भारतीय मुसलमानों के बीच, विशेषतः सूफियों की परंपरा में, ऐसी अनेक कहानियाँ चलीं, जिनमें किसी पीर ने किसी सिद्ध या योगी को करामात में पछाड़ दिया ।—इतिहास, पृ॰ १५ । संयो॰ क्रि॰—डालना ।—देना ।
पछाड़ना ^२ क्रि॰ सं॰ [सं॰ प्रक्षालन, प्रा॰ पक्खालन, पच्छाउन] धोने के लिये कपड़े को जोर से पटकना । संयो॰ क्रि॰—डालना ।—देना ।