पढ़नी

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पढ़नी संज्ञा पुं॰ [देश॰] एक प्रकार का धान ।

पढ़नी उड़ी संज्ञा स्त्री॰ [पढ़नी (?) + उड़ी (= उड़ान)] कसरत में एक प्रकार का अभ्यास जिसमें आदमी, टीला या अन्य कोई ऊँची चीज उछलकर लाँगी जाती है । विशेष—इस अभ्यास के दो भेद हैं—एक में सामने की और और दूसरे में पीछै की और उछलते हैं । उछलनेवालों के अभ्यास के अनुसार टीला एक, दो या तीन हाथ तक ऊँचा होता है ।