पतर पु † वि॰ [सं॰ पत्र] १. पतला । कृश । २. पत्ता । पर्ण । उ॰—पेट पतर जनु चंदन लावा । कुंकुँह केसर बरन सुहावा ।—जायसी (शब्द॰) । (ख) घड़ा ज्यों नीर का फुटा । पतर जैसे डार से टूटा ।—कबीर मं॰, पृ॰ १७३ । ३. पत्तल । पनवारा ।