पत्त

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पत्त पु † ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ पत्र, प्रा॰ पत्त] दे॰ 'पत्र' । उ॰— पत्त पुरातन झरिग पत्त अंकुरिग उट्ठ तुछ । ज्यों सैसव उत्तरिय चढ़िय सैसव किसोर कुछ ।—पृ॰ रा॰, २५ । ९६ ।

पत्त ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ पट्ट या पत्र ( = लेखाधार)] पट्ट । पटरी । उ॰— सुनि हंस बैन उर लगी बत्त । विधिना लिषंत क्यों मिटै पत्त ।—पृ॰ रा॰, २५ । १२० ।

पत्त पु ^३ संज्ञा पुं॰ [हिं॰] दे॰ 'पति' । उ॰—साहाँ ऊथप थप्पणौ । यह नरनाहाँ पत्त राह दुहूँ हद रक्खणौ अभैसाह छतपत्त ।—रा॰ रू॰, पृ॰ १० ।