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पत्तियाँ

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पत्तियाँ इसकी नरकट की पत्तियों से मिलती जुलती, पर उनसे छोटी होती है । ये ऊपर की ओर हरी ओर नीचे की ओर सफेदी लिए होती है । फूल छोटे—छोटे होते हैं और गुच्छों में लगते हैं । फल कचरी के से होते है । पश्चिम की प्राचीन जातियाँ इसे पवित्र मानती थी । रोमन और यूनानी विजेता इसकी पत्तियों की माला सिर पर धारण करते थे । अरबवाले भी इसे पवित्र मानते थे जिसमें मुसलमान लोग अबतक इसकी लकड़ी की तसवीह ( माला) बनाते हैं । इस पेड के फल और बीज दोनों काम में आते हैं । फल पकने पर नीलापन लिए काले होते हैं ।कच्चे फलों का मुरब्बा और अचार पड़ता हैं । बीजों से तेल निकलता है । लकडी़ सजावट के सामान बनाने के काम में आती है । इसकी लकडी़ धूप से चिटकती नहीं ।