परधान पु ^१ वि॰ [सं॰ प्रधान] दे॰ 'प्रधान' ।
परधान ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ परिधान] दे॰ 'परिधान' । उ॰—मथि मृगमद मलय कपूर सबनि के तिलक किए । उर मणिमाला पहिराय सब विचित्र ठए । दान मान परधान पूरण काम किए ।—सूर (शब्द॰) ।