परपंची पु † वि॰ [सं॰ प्रपञ्ची] १. बखेड़िया । फसादी । २. धूर्त । मायावी । उ॰—सब दल होह हुस्यार चलहु अब घेरहिं जाई । परपंची हैं कान्ह कछू मति करै ढिठाई ।-सूर (शब्द॰) ।