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परब

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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परब ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ पर्वन्] दे॰ 'पर्व' । उ॰—राम तिलक हित मंगल साजा । परब जोग जनु जुरेउ समाजा ।—मानस, १ ।४१ ।

परब ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ पर्व ( = पोर, खंड)] किसी रत्न वा जवाहिर का छोटा टुकडा़ ।