परिणय संज्ञा पुं॰ [सं॰] ब्याह । विवाह । उद्वाह । दारपरिग्रह । शादी ।
परिणय संज्ञा पुं॰ [सं॰] १. किसी वस्तु को जिस दिशा में चाहे चलाना । सब ओर चलाना । २. चौसर,शतरंज आदि के गोटों को चलाना । ३. विवाह । ब्याह ।