परिधान संज्ञा पुं॰ [सं॰] १. किसी वस्तु से अपने शरीर को चारो ओर से छिपाना । कपड़े लपेटना । २. कपड़ा पहनना । ३. वह जो पहना जाय । वस्त्र,कपड़ा,पोशक । पहनावा । ४. धोती आदि नीचे पहनने के वस्त्र । ५. स्तुति,प्रार्थना, गायन आदि का समाप्त करना ।