पवमान

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पवमान संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. पवन । वायु । समीर । उ॰— छीर वही भूतल नदी, त्रिविध चले पवमान । हेमवती सुत जाइया जाहिर सकल जहान ।— प॰ रासो, पृ॰ १३ ।

२. स्वाहा देवी के गर्भ से उत्पन्न अग्नि के एक पुत्र का नाम ।

३. गार्हपत्य अग्नि ।

४. चंद्रमा का एक नाम ।

५. ज्योतिष्टोम यज्ञ में गाया जानेवाला एक प्रकार का स्तोत्र ।