पहलू
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]पहलू संज्ञा पुं॰ [फा़॰]
१. शरीर में काँख के नीचे वह स्थान जहाँ पसलियाँ होती हैं । बगल और कमर के बीच का वह भाग जहाँ पसलियाँ होती हैं । कक्ष का अधोभाग । पार्श्व । पाँजर । मुहा॰—(किसी का) पहलू गरम करना = किसी के शरीर से विशेषतः प्रेयसी या प्रेमपात्र का प्रेमी के शरीर से सटकर बैठना । किसी के पहलू से अपना पहलू सटा या लगाकर बैठना । किसी के अति समीप बैठकर उसे सुखी करना । (किसी से) पहलू गरम करना = किसी को विशेषतः प्रेयसी या प्रेमपात्र को शरीर से सटाकार बैठाना । किसी को अपनी बगल में इस प्रकार बैठाना कि उसका पहलू अपने पहलू से लगा रहे । मुहब्बत में बैठाना । पहलू में बैठना = किसी के पहलू से अपना पहलू लगाकर बैठना । किसी का पहलू गरम करना = बिलकुल सटकर बैठना । अति समीप बैठना । पहलू में बैठाना = किसी के पहलू को अपने पहलू से लगाकर बैठाना । बिलकुल सटाकर बैठाना । अति समीप बैठाना । पहलू में रहना = पहलू में बैठा रहना । पहलू गरम करना । लग या सटकर रहना । आस पास रहना । अति समीप रहना ।
२. किसी वस्तु का दायाँ अथवा बायाँ भाग । पार्श्व भाग । बाजू । बगल ।
३. सेना का दाहना या बायाँ भाग । सैन्यपार्श्व । फौज का पहलू । जैसे,—वह अपने दो हजार सवारों के साथ शत्रुसेना के दाएँ पहलू पर बाज की तरह टूट पड़ा । मुहा॰—पहलू दबाना = (१) आक्रमणकारी सेना का विपक्षी की सेना अथवा नगर के एक ओर बराबर में पहुँच जाना या जा पड़ना । अपनी सेना को बढ़ाते हुए विपक्ष की सेना के या नगर के दाहने या बाएँ पहुँच जाना । शत्रु की सेना या नगर पर एक ओर से आक्रमण कर देना । जैसे,—सायं- काल से कुछ पहले ही उसने शाही फौज का पहलू जा दबाया । (२) अपनी सेना के एक पहलू को कुछ पीछे रखते और दूसरे को आगे करते हुए, चढ़ाई में आगे बढ़ना । एक पहलू को दबाते और दूसरे को उभारते हुए आगे बढ़ना । पहलू बचाना = (१) मुठ भेड़ बचाते हुए निकल जाना । कतराक र निकल जाना । (२) किसी काम से जी चुराना । टाल जाना । जैसे,—जब जब ऐसा मौका आता है तब तब आप पहलू बचा जाते हैं । पहलू पर होना = सहायक होना । मददगार होना । पक्ष पर होना । जैसे,—तुम्हारे पहलू पर आज कौन है ?
४. करवट । बल । दिशा । तरफ । जैसे,—(क) किसी पहलू चैन नहीं पड़ता । (ख) हर पहलू से देख लिया, चीज अच्छी है ।
५. पड़ोस । आसपास । किसी के अति निकट का स्थान । पार्श्व । मुहा॰—पहलू बसाना = किसी के समीप में जा रहना । पड़ोस आबाद करना । पड़ोसी बनना ।
६. [वि॰ पहलूदार] किसी वस्तु के पृष्ठ देश पर का समतल कटाव । पहल । जैसे, इस खंभे में आठ पहलू निकालो । क्रि॰ प्र॰—तराशना ।—निकालना ।
७. विचारणीय विषय का कोई एक अंग । किसी वस्तु के संबंध में उन बातों में से एक जिनपर अलग अलग विचार किया जा सकता हो अथवा करने का प्रयोजन हो । किसी विषय के उन कई रूपों में से एक जो विचारद्दष्टि से दिखाई पड़े । गुण, दोष, भलाई, बुराई आदि की द्दष्टि से किसी वस्तु के भिन्न भिन्न अंग । पक्ष । जैसे,—(क) अभी आपने इस मामले के एक ही पहलू पर विचार किया है और पहलुओं पर भी विचार कर लीजिए तब कोई मत स्थिर कीजिए । (ख) उठ चलने का सोचता था पहलू ।—नसीम (शब्द॰) ।
८. संकेत । गुप्त सूचना । गुढ़ाशय । वाक्य का ऐसा आशय जो जान बूझकर गुप्त रखा गया हो और बहुत सोचने पर खुले । किसी वाक्य या शब्द के साधारण अर्थ से भिन्न और किंचित् छिपा हुआ दूसरा अर्थ । ध्वनि । व्यंग्यार्थ । उ॰—खोटी बातें हैं औऱ पहलूदार । हाँ तेरे दिल में सीमवर है ।—अज्ञातकवि (शब्द॰)
९. युक्ति । ढंग । तरकीब (को॰) ।
१०. बहाना । मिस । व्याज (को॰) ।