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पांडव

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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पांडव संज्ञा पुं॰[सं॰ पाणडव]

१. कुंती और माद्री के गर्भ से उत्पन्न राजा पांडु के पाँचो पुत्र युधिष्ठिर, भीम अर्जुन, नकुल और सहदेव । (इनके जन्मवृत्तात के लिये दे॰ 'पांडु' और इनेक विशेष चरित् के लिये पृथक् पृथक इन सबके नाम देखें) ।

२. पांडु के पाँच पुत्रों में से किसी एक की आख्या ।

३. प्राचीन काल में पंजाब का एक प्रदेश जो वितस्ता (झेलम) नदी के तीर पर बसा था ।

४. उस प्रदेश में रहनेवाले लोग ।