पाकशाला संज्ञा पुं॰ [सं॰] रसोई का घर । बाबरचीखाना । विशेष—मुहुर्तचिंतामणि के अनुसार घर के पुर्व दक्षिण के कोण में पाकशाला बनाना उत्तम है । सुश्रुत के अनुसार धुआँ बाहर निकलने के लिये ऊफर की ओर इसमें एक छोटी खिड़की भी होनी चाहिए ।