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पातर

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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पातर पु † ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ पत्र ]

१. पत्तल । पनवारा । उ॰— बिनती राय प्रवीन की सुनिए शाह सुजान । जूठी पातर भखत है बारी बायस स्वान । —राय प्रबीन (शब्द॰) ।

पातर ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ पातली (= स्त्री विशेष) या स॰ पातर ] वेश्या । रंडी । पतुरिया ।

पातर पु † ^३ वि॰ [हिं॰ पत्तर, या सं॰ पात्रट (= पतला) ]

१. पतला । सूक्ष्म ।

२. क्षीण । बारीक ।

३. निम्न । हेय । क्षुद्र ।

पातर ^४ संज्ञा स्त्री॰ तीतली ।

पातर ^५ वि॰ [हिं॰ पतला ] [स्त्री॰ पातरी ] जिसका शरीर दुर्बल हो । पतला । उ॰—अंग अंग छबि की लपट उपटति जाति अछेह । खरी पातरीऊ तऊ लगै भरी सी देह । — बिहारी (शब्द॰) ।