पाथोज

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पाथोज संज्ञा पुं॰ [सं॰] कमल । उ॰—पुनि गहे पद पाथोज मयना प्रेम परिपूरन हियो ।—मानस, १ । १०१ । यौ॰—पाथोजनाभ = विष्णु । उ॰—सिद्ध सुर सेव्य पाथोज- नाभं ।—तुलसी ग्रं॰, पृ॰ ४८१ । पाथोजपानी = कमलपाणि । विष्णु । उ॰—मंजु मानाथ पाथोज पानी ।—तुलसी ग्रं॰, पृ॰ ४८७ ।

पाथा — जल। पाथोज — जल से उत्पन्न