पादी
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]पादी ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ पादिन्]
१. पैरवाले जलजंतु । जैसे, गोह, मगर, घड़ियाल आदि । विशेष—भावप्रकाश के अनुसार ऐसे जानवरों का मांस मधुर, चिकना तथा वात पित्तनाशक, मलवर्धक शुक्रजनक और बलकारक होता है ।
२. पशु । जानवर । उ॰—जत्र तत्र पादी खड़े मृगया दई बिसारि । भयो इक्क आचर्ज बन भूपति नैन निहारि ।— प॰ रासो॰, पृ॰ २ ।
३. वह जो किसी वस्तु (संपत्ति, जायदाद आदि के चतुर्थांश का हकदार हो) ।
पादी ^२ वि॰
१. जो चौथाई का हिस्सेदार हो । पादवाला । पैरवाला (को॰) ।
२. चरणवाला (श्लोक आदि) ।
३. चार विभाग या हिस्सेवाला (को॰) ।