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पाहि

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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पाहि अव्य॰ [सं॰ पार्श्व, प्रा॰ पास, पाह]

१. पास । निकट । समीप ।

२. पास जाकर । संबोधन करके । किसी के प्रति । किसी से । उ॰—कोउ न बुझाइ कहै नृप पाही । ये बालक, अस हठ भल नाहीं ।—तुलसी (शब्द॰) ।

पाहि क्रिया पद [सं॰] एख संस्कृत पद जिसका अर्थ है 'रक्षा करो', 'बचाओ' । उ॰—पाहि पाहि ! रघुबीर गुसाईं ।—तुलसी (शब्द॰) ।