पिंडारा ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ पिंण्डार] एक शाक जो वैद्यक में शीतल और पित्तनाशक माना गया है ।
पिंडारा ^२ संज्ञा पुं॰ दक्षिण की एक जाति जो बहुत दिनों तक मध्य प्रदेश तथा और और स्थानों में लुटपाट किया करती थी । दे॰ 'पिंडारी' ।