पिघलाना क्रि॰ स॰ [हिं॰ पिघलना का प्रे॰ रुप] १. किसी कड़े पदार्थ को गरमी पहुँचाकर द्रव रुप में लाना । किसी चीज को गरमी पहुँचाकर पानी के रुप में लाना । २. किसी के मन में दया उत्पन्न करना । दयार्द्र करना ।