पिच्छिल
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
पिच्छिल ^१ वि॰ [सं॰] [वि॰ स्त्री॰ पिच्छिला]
१. सरल और स्निग्ध (पदार्थ) । गीला और चिकना ।
२. फिसलनेवाला । फिसलन युक्त । जिसपर कोई वस्तु ठहर न सके । जिसपर पड़ने से पैर रपटे ।
३. चावल के माँड़ से चुपड़ा हुआ ।
४. चुड़ा़युक्त (पक्षी) । जिसके सिर पर चुड़ा़ हो ।
५. दुमदार । पुँछवाला (को॰) ।
६. खट्टा, कोमल, फुला हुआ और कफकारी (पदार्थ) (वैद्यक) ।
पिच्छिल ^२ संज्ञा पुं॰
१. लसोड़ा । श्लेष्मांतक ।
२. चावल का माँड़ । भक्तमंड (को॰) ।
३. स्निग्ध सरल व्यंजन (दाल, कढ़ी आदि) ।