पिट्टस संज्ञा स्त्री॰ [हि॰ पीटना+स (प्रत्य॰)] शोक या दु:ख से छाती पीटने की क्रिया । (स्त्री॰) । मुहा॰—पिट्टस पढ़ना या मचना = शोक या दुःख में छाती पीटा जाना । रोना धोना होना । हाय हाय सचना । जैसे— यह खबर सुनते ही वहाँ पिट्टस पड़ गई ।