पित्ताशय

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पित्ताशय संज्ञा पुं॰ [सं॰] पित्त की थैली । पित्तकोष । विशेष—यह यकृत या जिगर में पीछे और नीचे की ओर होता है । इसका आकार अमरूद या नासपाती का सा होता है । यकृत में पित्त का जितना अंश भोजनपाक की आवश्यकता से अधिक होता है वह इसी में आकर संचित रहता है ।