पीड़

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पीड़ ^१ संज्ञा पुं॰ [देश॰] मिट्टी का आधार जिसे घड़े को पीटकर बढ़ाते समय उसके भीतर रख लेते हैं ।

पीड़ ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ आपीड] सिर या बालों पर बाँधा जानेवाला एक प्रकार का आभूषण । उ॰—करधर कै घरमैर सखीरी । कै सृक् सीपज की बगपंगति, कै मयूर की पीड़ पखीरी ।—सूर (शब्द॰) ।