पीहर संज्ञा पुं॰ [सं॰ पितृ, प्रा,॰ पिअ, पिउ, पिइ+ सं॰ गेह या घर? प्रा॰ हर] स्त्रियों के माता पिता का घर । मैका । उ॰—सासरै जाऊँ तो सास रिसैहै, पीहर जाऊँ खिजै भैया । —घनानंद, पृ॰ ५८२ ।