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पुंडरी

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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पुंडरी वि॰ [सं॰ पाण्डुर] दे॰ 'पांडुर' ^१ । उ॰—प्रह फूटी, दिसि पुंडरी हणहणिया हय थट्ट । ढोलइ घण ढंढोलियउ सीतल सुंदर घट्ट । —ढोला, दु॰ ६०२ ।