पुतरी
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
पुतरी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ पुत्तली] गुड़िया । पुतली । उ॰—बोलत हँमति, हरति इमि हियौ । जनु बिधि पुतरी मैं जिय दियौ ।— नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ २२१ ।
२. आँख का काला भाग । पुतली उ॰—दृग जुग को मोहै । तिन संग पुतरी सोहै ।— भिखारी॰ ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ १९० ।