पुलस्त्य
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]पुलस्त्य संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. एक ऋषि जिनकी गनिती सप्तर्षियों और प्रजापतियों में है । विशेष— ये ब्रह्मा के मानसपुत्रों में थे । ये विश्रवा के पिता और कुबेर और रावण के पितामह थे । विष्णुपुराण के अनुसार ब्रह्मा के कहे हुए आदिपुराण का मनुष्यों के बीच इन्होंने प्रचार किया था ।
२. शिव का एक नाम ।