पुष्कलावती

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पुष्कलावती संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] गांधार देश की प्राचीन राजधानी । विशेष— विष्णुपुराण में लिखा है कि भरत के पुत्र पुष्कल ने इस नगरी को बसाया था । सिकंदर की चढ़ाई के समय में यह नगरी थी क्योंकि एरियन आदि यूनानी लेखकों ने पेकु- केले, प्युकोलौतिस आदि नामों से इसका उल्लेख किया है । परियन ने लिखा है कि यह नगरी बहुत बड़ी थी और सिंधु- नद से थोड़ी ही दूर पर थी । ईसा की सातवीं शताब्दि में आए हुए चीनी यात्री हुएसांग ने भी इस नगरी में हिंदू देव- मदिरों और बौदध स्तूपों का होना लिखा है । पेशावर से नौ कोस उत्तर स्वात और काबुल नदी के संगम पर जहाँ हस्तनगर नाम का गाँव है वहीं प्राचीन पुष्कलावती थी ।